राजगढ़ के पचोर थाना क्षेत्र के पिपलिया रसोड़ा गांव में एक बोरवेल में 5 साल की बच्ची बोरवेल में गिरने से हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी लगने के बाद बाद बोड़ा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद मौके पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया. 8 घंटे की कड़ी मशक्क्त के बाद उसे बाहर निकाला गया. रेस्क्यू हो जाने के बाद बच्ची को अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
घंटे तक की मशक्कत, ऐसे किया रेस्क्यू
बोरवेल में फंसी माही के चिल्लाने की आवाज बाहर आ रही थी. वह 150 फीट गहरे गड्ढे में 22 फीट पर अटकी हुई थी. इस होल को नीचे से बंद किया गया, ताकि वह नीचे न पहुंच पाए. पोखलेन और जेसीबी की मदद ली गई. इसके बाद बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदा गया, जिसके बाद माही को बाहर निकालने में टीम सफल हुई. 8 घंटे तक चले रेस्क्यू करने के बाद बोरबेल मे फंसी माही को मंगलवार रात 2:40 पर सुरक्षित बाहर निकाल लिय गया. बाहर आते ही सबसे पहले बच्ची ने अपने माता-पिता को याद किया. जिसके बाद उसे एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दियामौके पर जिला कलेक्टर हर्ष दीक्षित, राजगढ़ एसपी धर्मराज मीणा, एसडीम और मेडिकल टीम आसपास के जिलों से भारी पुलिस फोर्स सहित रेस्क्यू टीम मौजूद थी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी मामले की जानकारी लगने पर रेस्क्यू टीमों को निर्देश दिए थे.
चुनौती थी रेस्क्यू- पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बताया कि बहुत रिमोट एरिया है, खेत में बोरवेल बना हुआ है यहां तक पहुंचने में डेफिनेटली चुनौती थी. यह ऑपरेशन करीब 8 घंटे चला. इस ऑपरेशन में कई सारी मशीनें, जेसीबी, पोकलेन सारी फैसिलिटी ग्रामीण एरिया में उपलब्ध कराया. बच्ची बोरवेल के अंदर करीब 22 फीट गहराई में फंसी हुई थी हमने 25 फीट का ड्रिल किया, उसके बाद ओरिजिनल ट्रिप ड्रिल बनाया, जिससे कि बच्ची की पोजीशन से हम नीचे पहुंच पाएं और उस होल को नीचे से बंद किया जा सके और बच्ची ज्यादा नीचे गहराई पर ना जा सके.