डेक्स। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में सगे भाई की बेरहमी से हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां दिव्यांग व अविवाहित भाई का हिस्सा हड़पने के लिए उसके भाई-भाभी और ताऊ ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया। पत्थरों से कुचल कर युवक की हत्या कर दी और शव जलाकर नदी में बहा दिया। यह उस समय किया जब युवक के माता-पिता घर पर नहीं थे। पिता को जब इसका पता लगा तो उसने पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने नदी में से लाश के अवशेषों को खोजा और पंचनामा बनाकर भाई-भाभी तथा ताऊ के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
यह है पूरा मामला
बता दें, कि रामपुर क्षेत्र के बेरखेड़ा गांव का है, जहां मांगीलाल कुशवाह के दूसरे नंबर का बेटा वीरू कुशवाह दिव्यांग था, वह दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता था। वीरू ने गांव में एक आलीशान पक्का मकान बनवाया था। साथ ही कुछ जमीन भी खरीद ली थी। वीरू का छोटा भाई महेश कुशवाह और उसकी पत्नी नीलम चाहते थे कि वह उस पक्के मकान को उन्हें दे, लेकिन वीरू तैयार नहीं था। इसी बात को लेकर वीरू का उनके साथ झगड़ा चल रहा था। 12 अप्रैल को वीरू घर में अकेला था। पिता रिश्तेदारी में गए थे। तभी फिर उसके छोटे भाई महेश, बहू और ताऊ बाबू कुशवाह के साथ झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि उन लोगों ने वीरू कुशवाह के ऊपर लाठी-डंडे और पत्थरों से हमला बोल दिया। तीनों ने उसे इतना पीटा कि पीटते-पीटते उसको मार डाला।